नाम है मसाज पार्लर… स्पा सेंटर! जहां बॉडी का मसाज किया जाता है. लोग यहां अपनी हरारत दूर करने के लिए आते हैं, जहां नर्म नाजुक अंगुलियों के द्वारा उनकी हरारत दूर की जाती है. एक समय मसाज पार्लर में पुरुष कर्मचारियों द्वारा पुरुषों का मसाज किया जाता था, लेकिन बदलते समय और आधुनिक फैशन ने इस ट्रेंड को बदल दिया और अब पुरुषों की जगह महिलाओं ने स्थान ग्रहण किया है. व्यवसायिक लाभ कमाने और तड़क-भड़क की दुनिया में पुरुषों को आकर्षित करने के लिए मसाज पार्लर के मालिक अपनी दुकानों में खूबसूरत युवतियों को रखते हैं. मसाज के जरिए देह व्यापार तक का सफर कैसे पहुंच जाता है,इसका पहले कानों कान किसी को पता नहीं चलता. लेकिन कहते हैं कि दीवारों के भी कान होते हैं. धीरे-धीरे पुलिस की निगाह में यह आ जाते हैं और फिर मसाज पार्लर की सच्चाई लोगों के सामने आती है.
हमारे देश का कानून इतना कमजोर है कि मसाज की परिभाषा और देह व्यापार की परिभाषा तय करने में ही लड़खड़ा जाता है. ऐसे मामलों में पुलिस के लिए भी यह कठिन चुनौती रहती है, जब मसाज के जरिए देह व्यापार को साबित कर सके. रविवार को माटीगाड़ा थाना सलंग सिटी सेंटर मॉल के जिस स्पा सेंटर पर पुलिस ने रेड डाला था और एक व्यक्ति और 2 महिलाओं समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया, तब उस समय स्पा सेंटर में आया व्यक्ति अर्धनग्न होकर मसाज करवा रहा था. इस आधार पर पुलिस यह आशंका व्यक्त कर रही है कि यहां देह व्यापार होता था, पर इसे कोर्ट में साबित करना पुलिस के लिए उतनी ही टेढ़ी खीर साबित होगा. अगर रंगे हाथों पुलिस ने कपल्स को गिरफ्तार नहीं किया तब तो यह बड़ी आसानी से जमानत पा लेते हैं. क्योंकि हमारा कानून स्वयं में इतना उलझा हुआ है और कमजोर है कि केवल आंखों देखी अथवा कैमरे की बातें ही सच मानता है. अगर कोई व्यक्ति अर्धनग्न अवस्था में मसाज करवा रहा है तो यह देह व्यापार नहीं होता, जैसा कि कानून कहता है. मसाज पार्लर की दुनिया हमारे कानून की कमजोरी का फायदा उठाकर आबाद होती रहती है.
सिलीगुड़ी में कुकुरमुत्ता की तरह मसाज पार्लर फैल गए हैं. इनमें से कई मसाज पार्लर गैरकानूनी कार्यो के अड्डे बन चुके हैं. इसका कारण भी यही है. सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस ऐसे मसाज पार्लर पर रेड डालने से पहले उसकी खुफिया जानकारी हासिल करती है और पूरी योजना बनाकर ही रेड डाला जाता है.क्योंकि ऐसे मामलों में जरा सी चूक होने पर मसाज पार्लर के मालिक उल्टे पुलिस पर ही मानहानि का केस दायर कर सकते हैं. इस घटना से पहले भी माटीगाड़ा में ही सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस की कार्रवाई में देह व्यापार के अड्डे की दुकान का पर्दाफाश किया गया था. उससे पहले सेवक रोड तथा शहर के दूसरे इलाकों तथा होटलों में भी पुलिस की छापामारी के क्रम में कई गैरकानूनी कार्यो का पता चला था.