आज घर घर,बल्कि व्यक्ति व्यक्ति तक स्मार्ट मोबाइल की पहुंच हो गई है.अब उसके साइड इफेक्ट भी सामने आने लगे हैं.सोशल मीडिया और इंटरनेट के युग में फेसबुक और इंस्टाग्राम की लोकप्रियता दिनोंदिन बढ़ती जा रही है. बॉलीवुड सेलिब्रिटी से लेकर राजनेता और यहां तक कि एक सामान्य परिवार का व्यक्ति भी फेसबुक और इंस्टाग्राम का इस्तेमाल कर रहा है. सोशल मीडिया का अगर ज्ञान और मनोरंजन के लिए प्रयोग हो तो बहुत अच्छा. लेकिन अगर आप सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए रिश्तो की तलाश करें या मित्रता या फिर दोस्ती आदि का प्रस्ताव रखें तो मुसीबत गले पड़ सकती है.
इस तरह की खबरें रोजाना अखबारों और विभिन्न प्रचार माध्यमों के जरिए लोगों तक आती है. खासकर पूर्वोत्तर भारत और उत्तर बंगाल,सिलीगुड़ी, doors आदि क्षेत्रों से मानव तस्करी अथवा प्रेम, शादी, नौकरी आदि के झांसे में घर से भागने और गलत हाथों में पहुंचने आदि अपराध की घटनाएं सुर्खियों में रहती हैं. पश्चिम बंगाल, असम, त्रिपुरा, नागालैंड के विभिन्न इलाकों से मानव तस्करी की घटनाएं आए दिन सामने आती रहती हैं. ज्यादातर घटनाओं के पीछे फेसबुक अथवा इंस्टाग्राम ही प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से जिम्मेदार होता है. फेसबुक, इंस्टाग्राम पर दोस्ती अगर सीमित मात्रा में हो, अपनी भावनाओं को शेयर करने तक हो तब तो ठीक है. लेकिन अगर आप अपनी भावनाओं की तरंग में बह गए और सामने वाले पर भरोसा करने लगे तो हो सकता है कि आप किसी बड़े धोखे का शिकार हो जाएं. जानकार और मनोवैज्ञानिक बताते हैं कि वास्तव में इंस्टाग्राम पर दोस्ती और प्यार ,मोहब्बत, शादी की घटनाओं की आड़ में हमारी भावनाएं जिम्मेवार होती हैं.
जो कच्ची उम्र के लोग होते हैं,उन्हें सही गलत की समझ नहीं होती. सामने वाला जब उन्हें यकीन दिलाता है, अपने शब्दों के मायाजाल में उलझा लेता है, तब नौजवानों को उसी में अपना भविष्य नजर आने लगता है. खासकर जवानी की दहलीज पर खड़ी नाबालिग लड़कियों को ऐसा ही लगता है. इंस्टाग्राम पर दोस्ती और चैटिंग उन्हें गुमराह करता है और उन्हें एक नई दुनिया में ले जाता है. ऐसी नाबालिक लड़कियों को इंस्टाग्राम और फेसबुक का इस्तेमाल सीमित मात्रा में करना चाहिए और किसी भी अनजान हम उम्र दोस्त पर भरोसा नहीं करना चाहिए. खासकर तब, जब जिंदगी और कैरियर का सवाल हो. सिलीगुड़ी में पिछले दिनों बेलाकोबा में ऐसी ही एक घटना घटी थी, जहां सिलीगुड़ी के एक कैब संचालक की सूझबूझ से लड़की को गलत हाथों में जाने से बचा लिया गया. यह घटना पिछले हफ्ते की ही है.अब एक बार फिर से कुछ इसी तरह की घटना का तार सिलीगुड़ी से जुड़ा है. सिलीगुड़ी से प्रकाशित एक अखबार जागरण में छपी एक खबर से पता चलता है कि इंस्टाग्राम के जरिए सिलीगुड़ी की एक लड़की की जिंदगी दिल्ली में बर्बाद होने से रह गई. इसके अनुसार सिलीगुड़ी की एक लड़की कुछ दिनों पहले लापता हो गई थी. वह नृत्यांगना बनना चाहती थी, लेकिन उसके घर वाले इसकी इजाजत नहीं दे रहे थे. इसके बाद लड़की ने इंस्टाग्राम के जरिए दोस्त तलाश किए. वही लड़की की जिंदगी बर्बाद करना चाहते थे, लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने दिल्ली से लड़की को बरामद कर लिया. इससे पहले भी ऐसी घटना सिलीगुड़ी के आसपास के इलाकों से देखी गई है. इसलिए खासकर नौजवान लड़कियों अथवा लड़कों को इंस्टाग्राम अथवा फेसबुक पर या तो दोस्ती करने से बचना चाहिए या फिर सीमित मात्रा में ही चैटिंग करना चाहिए. किसी भी तरह अपनी पृष्ठभूमि की जानकारी नहीं देनी चाहिए और ना ही अपनी किसी भी कमजोरी अथवा संवेदनशीलता का इजहार करना चाहिए.