सिलीगुड़ी की सड़कों का अतिक्रमण कोई नई बात नहीं है.अतिक्रमण के खिलाफ सिलीगुड़ी ट्रैफिक पुलिस, नगर निगम आदि ने भी अभियान चलाया है. समय-समय पर दूसरी संस्थाओं के लोग भी अभियान में साथ देते हैं. लेकिन इन सबके बावजूद स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं आया है. विधान मार्केट,रेल गेट, जंक्शन आदि क्षेत्रों में अतिक्रमण आम बात हो गई है. जब जब पुलिस अभियान चलाती है, कुछ दिनों के लिए स्थिति बदल जाती है लेकिन अभियान ठंडा पड़ते ही फिर से सड़कों पर दुकानें लगने लगती हैं. सड़कों पर अतिक्रमण के कारण यात्रियों को परेशानी तो होती ही है, साथ ही वाहन चालकों को वाहन चलाने में भी असुविधा आती है. सिलीगुड़ी में अवैध अतिक्रमण और ट्रैफिक की बदहाल स्थिति को देखते हुए अब राजनीतिक दलों के नेता और मंत्री भी अतिक्रमण के खिलाफ कूद पड़े हैं. इसकी पहल राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव ने की है. गौतम देव ने आज विधान मार्केट और दूसरे स्थानों में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया. उम्मीद की जा रही है कि कांग्रेस समेत दूसरे राजनीतिक दलों के नेता भी आने वाले दिनों में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाएंगे.अगर ठोस इरादे और नीति के साथ काम किया जाए तो कोई मुश्किल काम नहीं है अवैध अतिक्रमण को हटाना.ऐसे कार्यों में राजनीति नहीं होनी चाहिए. सिलीगुड़ी के विकास और सौंदर्य के लिए यह अत्यंत आवश्यक है कि सड़कों से अतिक्रमण को हटाया जाए. क्योंकि यह सड़क सौंदर्य को खराब तो करता ही है,इसके कारण ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा जाती है और दुर्घटना की भी आशंका बनी रहती है.