सुप्रीम कोर्ट की दखलंदाजी के बाद सी बी एस ई ने जुलाई महीने में आयोजित होने वाली कक्षा 10 की बकाया परीक्षाओं को रद्द कर दिया है और 12वीं की परीक्षा को वैकल्पिक स्थान दिया है. आईसीएसई ने भी सीबीएसई की तर्ज पर कक्षा 10 के साथ-साथ कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द कर दिया है. मालूम हो कि जुलाई से सीबीएसई की बकाया परीक्षाएं आयोजित होने वाली थी, लेकिन जिस तरह से देश परदेश और पूरे भारत में कोरोना संक्रमण फैल रहा है, ऐसे में बच्चों की सुरक्षा के हित में सीबीएसई ने यह कदम उठाया है. आज इस संबंध में सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को जानकारी दी है.
अभिभावकों के एक ग्रुप ने देश में कोरोनावायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की थी. इसमें मांग की गई थी कि सीबीएसई के बोर्ड एग्जाम तत्काल रद्द कर दिए जाएं. सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार तथा सीबीएसई को नोटिस भेजा था और इसका जवाब मांगा था. आज सरकार ने अदालत को बताया कि जुलाई महीने में आयोजित होने वाली सीबीएसई की बाकी परीक्षाएं रद्द कर दी जा रही हैं. इससे पहले सीबीएसई ने 18 मार्च को 12वीं का एग्जाम भी रद्द कर दिया था. उत्तर पूर्वी दिल्ली में दसवीं के भी 6 पेपर नहीं हुए.
10वीं तथा 12वीं के कुल 29 विषय के पेपर बाकी थे जिनकी परीक्षाएं 1 जुलाई से 15 जुलाई के बीच आयोजित की जानी थी. सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा है कि पिछले तीन एग्जाम के आधार पर 12वीं के स्टूडेंट का असेसमेंट होगा. बचे हुए पेपर वे बाद में दे सकेंगे.