सिलीगुड़ी और आसपास के लोगों के लिए रेल यात्रा के दो प्रमुख स्टेशन एनजेपी और सिलीगुड़ी जंक्शन है, जहां से लोकल गाड़ियां उत्तर बंगाल और बिहार के कई क्षेत्रों से होकर जाती हैं. एनजेपी से हल्दीबाड़ी आदि क्षेत्रों में जाने के लिए कई पैसेंजर ट्रेन भी है. आप लोकल ट्रेन से माल बाजार, चालसा, समेत छोटे बड़े हाल्ट और बड़े स्टेशनों पर जा सकते हैं.
यात्रा के लिए आपको स्टेशन पर टिकट घर से टिकट लेना पड़ता है. प्लेटफॉर्म टिकट तथा मासिक सीजन टिकट बनवाने के लिए भी आपको लाइन में लगना पड़ता है. कई बार काउंटर पर लोगों की काफी भीड़ रहती है.कभी-कभी काउंटर से टिकट लेने के चक्कर में ट्रेन भी मिस कर जाती है. ऐसे में यात्री मन मसोसकर रह जाते हैं.
अभी तक सिलीगुड़ी, एनजेपी आदि प्रमुख स्टेशनों पर ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे कि बिना लाइन लगाए टिकट बुक कराया जा सके. परंतु आने वाले समय में अगर बिना लाइन लगाए और बहुत जल्दी टिकट उपलब्ध हो जाता है तो इसमें आश्चर्य की बात नहीं होगी. भारतीय रेलवे ने आधुनिक तरीके से रेल टिकट बुक कराने की एक नई पद्धति विकसित की है. इसके जरिए ना तो नगद कैश की जरूरत होगी और ना ही टिकट बुक कराने में वक्त लगेगा. यह काम झटपट होगा और इसके लिए आपको लाइन में लगने की जरूरत भी नहीं होगी. यह है क्यू आर कोड आधारित टिकट बुकिंग व्यवस्था.
स्टेशन पर लगी एटीवीएम के जरिए टिकटों की बुकिंग हो जाएगी. इस पद्धति से टिकट बुक कराने के लिए रेलवे के द्वारा यात्रियों को स्मार्ट कार्ड जारी किया जाता था परंतु अब आप क्यूआर कोड से स्कैन करके रेलवे को भुगतान कर टिकट प्राप्त कर सकते हैं. भारतीय रेलवे की ओर से इस तरह की सुविधा कई स्टेशनों पर जारी कर दी गई है.
जल्द ही इसे और भी कई प्रमुख स्टेशनों पर जारी करने का संकेत मिल रहा है. मिली जानकारी के अनुसार क्यू आर कोड आधारित टिकट बुकिंग सुविधा उत्तर पश्चिमी रेलवे के 18 स्टेशनों पर शुरू कर दी गई है. इनमें से बाड़मेर, बालोतरा, समदड़ी, जालौर ,भगत की कोठी लूणी ,पाली ,जोधपुर, फलोदी जैसलमेर आदि शामिल है. दक्षिणी रेलवे तथा उत्तर रेलवे के यात्री पहले से ही इस सुविधा का लाभ उठा रहे हैं.
आप एटीवीएम मशीन के जरिए प्लेटफॉर्म टिकट ले सकते हैं. इसके अलावा सीजन पास को भी रिन्यू करा सकते हैं. मतलब यह है कि रेलवे स्टेशन और टिकट खिड़की पर जाने की जरूरत नहीं है. सारा काम आपका मोबाइल और मशीन कर देगा. अपने मोबाइल से सिर्फ यूपीआई पेमेंट के जरिए ही सारी सुविधाएं प्राप्त कर सकते हैं. भारतीय रेलवे ने डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए इस नई व्यवस्था को शुरू किया है.