पश्चिम बंगाल सरकार और खासकर बंगाल सरकार के परिवहन मंत्री फिरहाद हाकिम ने अपने वादे के अनुसार कोलकाता में सीएनजी बस सेवा की शुरुआत कर दी है. यह बस सेवा सब अर्बन बस सर्विसेज की ओर से शुरू की गई है. फिलहाल कोलकाता की सड़कों पर 5 सीएनजी बसें ही उतारी गई है. पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर राज्य परिवहन विभाग के सहयोग से यह पांच सीएनजी बसें न्यूटाउन से उल्टाडांगा सरकारी बस स्टैंड तक चलेंगी.इनमें से प्रत्येक में 31 सीटें हैं. इन बसों को इंदौर से मंगाया गया है. जल्द ही यहां 20 और निजी सीएनजी बसें चलने लगेंगी.
कोलकाता के लिए परिवहन मंत्री ने जो कहा था उसे कर दिखाया, ऐसे में सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल को लेकर भी सवाल उठने लगा है कि यहां सीएनजी बस सेवा कब शुरू होगी या सीएनजी सेवा शुरू होगी या नहीं. सिलीगुड़ी उत्तर बंगाल का नंबर वन शहर है तथा कोलकाता के बाद सिलीगुड़ी का ही दूसरा स्थान माना जाता है. परिवहन मंत्री ने आरंभ में कहा था कि पर्यावरण और प्रदूषण से बंगाल को बचाने के लिए सीएनजी बस सेवा एक बेहतर विकल्प है.
सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल में डीजल चालित वाहनों से उत्पन्न होने वाले प्रदूषण और स्वच्छ पर्यावरण के लिए यहां भी सीएनजी बस सेवा की आवश्यकता महसूस की जा रही है. सिलीगुड़ी और पूरा उत्तर बंगाल पर्यटन के लिहाज से एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है. यहां सालों भर पर्यटक आते रहते हैं.यहां की आबोहवा भी अच्छी है. ऐसे में यहां के लोगों की उम्मीद जग गई है. इस संदर्भ में उत्तर बंगाल के कई नेताओं के बयान भी समय-समय पर आते रहे हैं. इसलिए ऐसा लगता है कि आज नहीं तो कल सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल के लिए भी सीएनजी बस सेवा शुरू की जा सकती है. परंतु उससे पहले एक बुनियादी सेटअप की जरूरत पड़ेगी. उसके लिए अभी से ही प्रयास शुरू कर देना चाहिए.जैसे सीएनजी गैस की आपूर्ति के लिए गैस लाइन की व्यवस्था, विभिन्न पंपों पर सीएनजी की आपूर्ति, परिवहन विभाग के डिपो में सार्वजनिक और निजी सीएनजी बसों की गैस लेने की व्यवस्था इत्यादि. जिस तरह से कोलकाता में यह व्यवस्था शुरू की जा रही है, ठीक उसी तरह से सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल में भी शुरू की जानी चाहिए. इसके लिए सभी को मिलकर काम करना होगा. बहर हाल कोलकाता में सीएनजी बस सेवा शुरू होने के बाद सिलीगुड़ी और उत्तर बंगाल में भी इस सेवा के शुरू होने की उम्मीद बढ़ गई है.