मालदा: मालदा जिले के लोग इन दिनों कोरोना एंव बाढ़ की दोहरी मार झेल रहे हैं। कोरोना ने लोगों से रोजगार छीना और बाढ़ ने उन्हें बेघर किया। बाढ़ के पानी से लोगों के घर डूब गए हैं। लोग खुले आकाश के नीचे दिन बिता रहे हैं | इतना ही नहीं पीने के पानी के लिए लोगों को नाव से एक गांव से दूसरे गांव भटकना पड़ रहा है। बाढ़ की चपेट में आए मुचिया ग्राम पंचायत के विधाननगर गांव के नदी किनारे 10 से 15 घरों पर नदी कटाव का खतरा मंडरा रहा है | इन घरों के आधे हिस्से हवा में झूल रहे हैं जब कभी भी ये नदी में समा सकते हैं। ओल्ड मालदा ब्लॉक के मुचिया ग्राम पंचायत के पांच से सात गांव बाढ़ की चपेट में हैं। इन गावों में महानंदा नदी के जल भर गया है। ये गांव पूरी तरह जलमग्न हैं। 10 दिनों से अधिक समय से यहां के लोग बाढ़ से जूझ रहे हैं। यहाँ के लोगों ने बताया स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ कोई जनप्रतिनिधि अब तक इनकी सुध लेने नहीं पहुंचा। जनप्रतिनिधि एवं स्थानीय प्रशासन की उदासीनता के खिलाफ लोगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। ओल्ड मालदा पंचायत समिति की अध्यक्ष मृणालिनी मंडल माइती ने बताया कि मुचिया ग्राम पंचायत के कई गांव बाढ़ की चपेट में है। उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़ितों को प्रशासन के माध्यम से राहत सामग्री प्रदान की जाने की पहल की जा रही है। उन्होंने कहा कि बाढ़ ग्रस्त इलाके में लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए पानी की टंकी भेजी जा रही है। बाढ़ प्रभावित इलाके में लोगों को यातायात के लिए नाव दिया गया है। वहीं पंचायत एवं प्रशासन सूत्रों के अनुसार मुचिया ग्राम पंचायतों के सिंधियापाड़ा ,बारुईपाड़ा , चरलक्ष्मीपुर , शिवगंज , विधाननगर समेत कई गांव पिछले 10 दिनों से अधिक समय से महानंदा नदी के पानी में डूबा हुआ है। इन गावों के सैंकड़ों परिवार खुले आकाश के नीचे दिन बिताने को मजबूर है। इनके लिए भोजन पानी का जुगाड़ करना मुश्किल। मवेशिओं के लिए दाना पानी में दिक्क्तें आ रही है। पीने के पानी के लिए लोगों को नाव से एक गांव से दूसरे गांव भटकना पड़ रहा है। पांच से सात किलोमीटर दूर जाने पर उन्हें पीने का पानी नसीब होता है | बच्चों के भोजन सामग्री के लिए भी उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है | बाढ़ प्रभावित लोगों ने बताया न पंचायत और न ही प्रशासन से अब तक किसी तरह की मदद मिल पाई है। दूसरी ओर मुचिया ग्राम पंचायत के प्रधान शुभलक्ष्मी गायन ने बताया कि उनके इलाके के कई गांव बाढ़ की चपेट में है। उन्होंने कहा कि इस बीच अंचल में एक बैठक कर बाढ़ कमेटी गठित की गई है। कमेटी के सदस्य बढ़ प्रभावित इलाके में लोगों के हालात पर नजर रख रहे हैं | ब्लॉक प्रशासन को भी इसके बारे में जानकारी दी गई है। उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़ित इलाके में त्रिपाल समेत अन्य राहत सामग्री भेजने का इंतजाम किया जा रहा है |