सिलीगुड़ी: उत्तर बंगाल के जाने-माने डॉ. पी डी भूटिया ने राज्य के जंगल सफारी पार्क नॉर्थ बंगाल वाइल्ड एनिमल पार्क के छठा स्थापना दिवस समारोह पर सफारी के हिमालयन ब्लैक बियर को 1 साल के लिए गोद लिया है | बाकायदा उन्होंने इसके लिए 30 हजार का चेक बंगाल सफारी पार्क प्रबंध को सौंपा | बंगाल सफारी पार्क की ओर से उनको इस बात का प्रमाण पत्र भी दिया गया | डॉक्टर डॉ. पी डी भूटिया डॉक्टर होने के साथ ही नेसेसरी वाइल्ड लाइफ वार्डन भी है, उन्होंने इस मौके पर कहा कि वन्य जीवों से हमारा पर्यावरण भरा पड़ा है लोगों को वन्य प्राणियों के प्रति सहानुभूति रखनी चाहिए | उन्होंने बंगाल सफारी पार्क के प्रबंधक के कार्यों की भी सराहना की | उल्लेखनीय है कि बंगाल सफारी पार्क में जानवरों को गोद लेने की एक मुहिम शुरू हुई है कोई भी जंगल सफारी के जानवरों को आसानी से गोद ले सकता है | जानकारी अनुसार बीते 6 वर्षों में इस पार्क में काफी कुछ देखा है वर्तमान में सालूगाड़ा स्थित यह पाक वन्य प्राणियों से गुजार है काफी बड़े पैमाने पर लोग यहां जानवरों को देखने आते हैं और अपना मनोरंजन करते हैं | लेकिन इन जानवरों से जुड़ा एक दूसरा पक्ष भी है उत्तर बंगाल के विभिन्न जंगलों में रहने वाले अन्य प्राणियों को इन दिनों पर्याप्त भोजन नहीं मिलने के कारण व नित्य जंगल से बाहर आ रहे हैं | बाहर निकल कर बस्ती इलाकों को वह अपना निशाना बना रहे हैं | खासतौर से तेंदुआ हुआ हाथियों के बाहर निकलने व बस्तियों में नुकसान पहुंचाए जाने का वाक्य हर दिन हो रहा है | इसमें कई बार लोगों की जानें भी चली जाती है एक महीना पहले ही भूटान के जंगलों से कुछ ब्लैकबेयर डुवार्स के जंगलों में चले गए थे | जंगल से निकलकर यह बस्ती इलाके में देखे गए थे यह लोगों के हमले के शिकार भी हो गए थे माना जा रहा है कि भोजन व पानी के गंभीर संकट के चलते जंगल से बाहर आ रहे हैं बाद में ब्लैकबेयर को सुरक्षित इलाके में छोड़ दिया गया था |