मौसम विभाग के अनुसार आज या कल दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के इलाकों में वर्षा हो सकती है, जिसको लेकर मौसम वैज्ञानिक मानसून की वर्षा बता रहे हैं? मौसम विभाग के अनुसार भूमध्य हवाओं के तेज होने के साथ दक्षिण पश्चिम मानसून के दक्षिण अंडमान सागर ,निकोबार द्वीप समूह तथा दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में आज या कल बारिश होने की संभावना व्यक्त की गई है. तो क्या यह मानसून की वर्षा समझी जाए?
सिलीगुड़ी और आसपास के इलाकों में मौसम साफ नहीं होने से कहीं-कहीं रिमझिम फुहार पड़ रही है, तो कुछ इलाकों में जमकर वर्षा हो रही है. परंतु कुछ ही देर के लिए. पिछले कई दिनों से मौसम की आंख मिचौली जारी है. बादल रहने तथा ठंडी हवाओं के कारण इस समय सिलीगुड़ी और आसपास में ना ज्यादा गर्मी है और ना ज्यादा तेज धूप. वैसे देखा जाए तो यहां देश के दूसरे मैदानी इलाकों की तरह गर्मी नहीं पड़ रही है. क्या यह मानसून की दस्तक के पूर्व आसार हैं?
ऐसे में आपके दिमाग में चल रहा होगा कि क्या अब यहां गर्मी नहीं पड़ेगी. इस बारे में लोगों की अलग-अलग राय है. कुछ लोग तेज गर्मी पड़ने की बात कह रहे हैं. जबकि अनेक लोगों का मानना है कि अब यहां गर्मी उस तरह की नहीं हो सकती जिस तरह यहां गर्मी पड़ती है. अथवा इसकी संभावना व्यक्त की जा रही थी. इस बीच मौसम विभाग की घोषणा ने लोगों की सारी भविष्यवाणियों पर ब्रेक लगा दिया है.
मौसम विभाग देश में समय से पहले मानसून आने की भविष्यवाणी कर रहा है. मौसम विभाग के अनुसार इसी महीने मानसून दस्तक देने जा रहा है. केरल में दक्षिण पश्चिम मानसून की शुरुआत 27 मई को होने जा रही है जबकि यह प्रत्येक साल 1 जून के आसपास केरल में दस्तक देता है. सर्वप्रथम यह दक्षिण अंडमान सागर में दस्तक देगा उसके बाद मानसूनी हवाएं बंगाल की खाड़ी में उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ना शुरू कर देंगी.
दक्षिण पश्चिम मानसून के 22 मई के आसपास अंडमान सागर में आने की मौसम विभाग की ओर से भविष्यवाणी की गई है. मौसम विभाग के अनुसार भूमध्य हवाओं के तेज होने के साथ दक्षिण पश्चिम मानसून के दक्षिण अंडमान सागर ,निकोबार द्वीप समूह तथा दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में आज या कल बारिश होने की संभावना व्यक्त की गई है. अगर वर्षा होती है तो क्या यह मानसून की वर्षा समझी जाएगी?