हमारे जीवन में पैन कार्ड का कितना महत्व है, यह इसी बात से समझा जा सकता है कि वित्तीय लेनदेन समेत पहचान, प्रतिष्ठा और बैंकिंग जरूरतों को पूरा करने वाला बना दिया गया है. अगर आपके पास पैन कार्ड नहीं है तो आप बैंकिंग क्षेत्र से दूर ही रहेंगे. पैन कार्ड इतना महत्वपूर्ण हो गया है कि इसके बगैर आप किसी भी सम्मानजनक क्षेत्र में दो कदम आगे चल नहीं सकते. यही कारण है कि ग्रामीण से लेकर शहरी सभी वर्ग के लोग पैन कार्ड बनवाने के लिए साइबर से लेकर दफ्तर तक के चक्कर लगाते हैं.
हालांकि पैन कार्ड बनवाना काफी आसान है. परंतु कई बार ऐसा होता है कि पैन कार्ड अप्लाई करने के काफी समय बाद तक उसकी कोई सूचना नहीं मिल पाती और ना ही पैन कार्ड बन कर आ पाता है.ऐसे में लोग सोचते हैं कि उनका आवेदन रिजेक्ट कर दिया गया है.
हालांकि वर्तमान समय में एनएसडीएल विभाग पारदर्शी तरीके से काम कर रहा है और आपका पैन कार्ड बनेगा या नहीं के साथ ही अगर बनेगा तो प्रोसेस शुरू होने से लेकर पैन कार्ड डिलीवर होने तक आपके मोबाइल पर सूचना मिलती रहती है.
परंतु कभी-कभी असामान्य स्थितियों में लोगों के पास एक से अधिक पैन कार्ड बनकर आ जाते हैं. इसमें गलती किसकी है सवाल यह महत्वपूर्ण नहीं है.सवाल यह महत्वपूर्ण है कि आपके पास सिर्फ एक पैन कार्ड होना चाहिए. आज भी ऐसे लोगों की तादाद कम नहीं है जिनके पास एक से अधिक पैन कार्ड हैं और वह वित्तीय लेनदेन तथा दूसरे कार्यों में इसका गलत उपयोग करते हैं.
ऐसे सभी लोगों के लिए यह एक चेतावनी है. आयकर विभाग अधिनियम 1961 के सेक्शन 272b के अंतर्गत प्रावधान है कि अगर किसी के पास एक से अधिक पैन कार्ड है तो उसे ₹10000 का जुर्माना देना पड़ सकता है. इसलिए विभाग के द्वारा एक से अधिक पैन कार्ड रखने वालों को चेतावनी दी गई है कि अगर उनके पास एक से अधिक पैन कार्ड हैं तो वह जल्दी से जल्दी एनएसडीएल ऑफिस में जाकर जमा करा दें या फिर ऑनलाइन इसे विभाग को सबमिट कर सकते हैं. अगर आप फिजिकल पेपर जमा कराते हैं तो फॉर्म के साथ पैन कार्ड भी जमा कराना होगा. इसलिए देर ना करें और फटाफट दूसरा पैन कार्ड सरेंडर कर दें.