मालदा: मालदा के गाजोल इलाके में एक दिहाड़ी मजदूर गोकुल हवलदार को कुछ दिनों पहले जुआ अड्डा बनाने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया था, हालांकि वह जमानत में छूट भी गया | लेकिन गुरुवार की रात गोकुल हवलदार ने अपने घर के पूजा घर में जाकर फांसी लगा ली | स्थानीय वासियों के अनुसार गोकुल हवलदार को फांसी से लटकते हालत में उसके पिता ने देखा और फिर उसे अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया | मृतक गोकुल हवलदार ने आत्महत्या तो कर ली लेकिन पीछे छोड़ गया बहुत से सवाल | सूत्र की मानें तो उसे पुलिस ने जुआ अड्डा बनाने के आरोप में उसे गिरफ्तार किया था और जमानत भी मिल गई थी | फिर उसने क्यों अपनी जीवन लीला को समाप्त कर दिया | कहीं वह निर्दोष तो नहीं था ? या फिर उसने लोकलाज से बचने के लिए यह कदम उठाया है ? तो वहीं स्थानीय लोगों का कहना है की गोकुल हालदार ने फिर से गिरफ्तार होने के डर से यह कदम उठाया | गोकुल हवलदार तो नहीं रहा लेकिन इस घटना से यह बात साफ होती नजर आ रही है कि एक इंसान चाहे वह अमीर हो या मजदूर उसके लिए अपनी इज्जत अपनी जान से भी ज्यादा प्यारी होती है | फिलहाल बता दे पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और यह जानने की कोशिश कर रही है कि आखिर गोकुल हवलदार ने आत्महत्या क्यों की |