आखिरकार जिस बात की उम्मीद की जा रही थी, ठीक वैसा ही हुआ. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सिलीगुड़ी की जनसभा में सी ए ए लागू करने का मुद्दा उठाकर बंगाल की राजनीति को गरमा दिया है. गृह मंत्री के बयान के बाद तिलमिलाई ममता बनर्जी ने गृह मंत्री पर पलटवार करते हुए कहा है कि अमित शाह आग से ना खेलें. उन्होंने कहा कि जो लोग सीएए की बात कर रहे हैं वह बताएं कि क्या प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्रियों को चुनने वाले देश के नागरिक नहीं हैं.
ममता बनर्जी ने कहा कि अमित शाह देश के लोकतांत्रिक ढांचे को ध्वस्त करने का काम न करें. उन्होंने कहा कि नागरिकों के अधिकारों पर अंकुश नहीं लगना चाहिए. हमारे बीच एकता होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि देश के गृह मंत्री होने के नाते वह उनका सम्मान करती हैं.
ममता बनर्जी गृह मंत्री के भाषण के बाद इस कदर तिलमिला उठी कि उन्होंने अमित शाह को लेकर कहा कि ऐसा लगता है कि आप पश्चिम बंगाल के गृह मंत्री हैं. उन्होंने अमित शाह को नसीहत दी कि बंगाली और हिंदी भाषी समुदायों तथा हिंदुओं और मुसलमानों के बीच अलगाव उत्पन्न ना करें.
ममता बनर्जी अपनी सरकार की 11 वीं वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रही थी. उन्होंने इस अवसर पर अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए यहां तक कह डाला कि अगर कोई मेरे 11 सालों के कार्यों पर चुनौती दे तो मैं उसका सामना करने को तैयार हूं. ममता बनर्जी ने इस अवसर पर लक्ष्मी भंडार योजना का विस्तार किया और तृणमूल कांग्रेस के नए भवन का उद्घाटन भी किया.
ममता बनर्जी ने भाजपा पर हमला जारी रखते हुए कहा कि 2024 के चुनाव में ना तो सत्ता में भाजपा आएगी और ना ही देश में c.a.a. लागू होगा. आपको बताते चलें कि गृह मंत्री अमित शाह ने सिलीगुड़ी की रैली में बंगाल के लोगों को भरोसा दिया है कि कोरोना खत्म होते ही सीएए को लागू कर दिया जाएगा. इसके बाद से ही तृणमूल कांग्रेस की तरफ से पलटवार जारी है.