कोलकाता: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बंगाल में मौजूदगी के समय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि राज्य के आईएस और आईपीएस अधिकारियों को केंद्रीय एजेंसी के नाम पर धमकी दी जा रही है। राज्य सचिवालय में प्रशासनिक बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यह सनसनीखेज आरोप लगाया। केंद्र सरकार की ओर इशारा करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस अधिकारियों को आयकर और सतर्कता आयोग (विजिलेंस) द्वारा धमकाया जा रहा है। यही नहीं, राज्य में काम कर रहे आईएएस और आईपीएस अधिकारियों की पत्नियों को भी दूसरे राज्य में स्थानांतरित करने की धमकी दी जा रही है।
पिछले कुछ दिनों से, राज्यपाल जगदीप धनखड़ राज्य प्रशासन के अधिकारियों की तटस्थता के बारे में भी मुखर रहे हैं। भाजपा भी राज्य प्रशासन पर
आपराधीकरण का आरोप लगा रही है।
ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार के जिन विभागों का नाम लिया है वे सारे गृह मंत्रालय के अधीन हैं जिसके मंत्री अमित शाह हैं। इसलिए उनका साफ साफ इशारा अमित शाह की ओर रहा है।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि अतीत में भारत में पुलिस अधिकारियों को इस तरह से कभी नहीं डराया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि आधिकारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी पुलिस अधिकारियों को धमकाया जा रहा है।
हालांकि, राज्य के अधिकारियों को आश्वस्त करते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा, होय’आप राज्य के तहत काम करते हैं जैसे आप राज्य की सेवा करते हैं, वैसे ही राज्य भी आपकी सेवा करने के लिए तैयार है। हमारे अधिकारियों को किस तरह परेशान किया जा रहा है, इसके बाद हम पूरे भारत को सूचित करने के लिए बाध्य होंगे।
महामारी कानून का उलंघन कर रहा एक राजनीतिक दल
- भारतीय जनता पार्टी का नाम लिए बगैर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि एक राजनीतिक पार्टी महामारी कानूनों का उल्लंघन कर जनसभा कर रही है ।
मुख्यमंत्री ने कोरोना स्थिति को संभालने के लिए राज्य और जिला प्रशासन के अधिकारी सरकारी कर्मचारियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए काम करते हुए राज्य में कई बीडीओ, पुलिसकर्मी और डॉक्टर मारे गए हैं। इसके बावजूद राज्य में काम बंद नहीं हुआ है। दुर्गा पूजा के बाद भी, राज्य में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है।