सिलीगुड़ी: विधानसभा चुनाव के बाद बीजेपी सीएए यानी नागरिक संशोधन कानून को लागू करने के लिए पूरी तरह तैयार है | बीजेपी के सेकेंड-इन-कमांड और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को सिलीगुड़ी के एनजेपी रेलवे इंस्टीट्यूट मैदान में शाही मंच से यह घोषणा की | उनके स्पष्ट बयान में उन्होंने कहा कि जैसे ही कोरोना संक्रमण कम होगी, वे राज्य में सीएए लागू कर देंगे | सीएए लागू करने से भाजपा को कोई नहीं रोक सकता। इसके खिलाफ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले ही बोल चुकी हैं। दूसरी ओर वाम मोर्चे के वरिष्ठ नेता और सिलीगुड़ी के पूर्व मेयर अशोक भट्टाचार्य ने भी सीएए का कड़ा विरोध किया | दार्जिलिंग जिले के तृणमूल प्रवक्ता बेदब्रत दत्त ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में तृणमूल राज्य में सीएए को लागू नहीं होने देगी। गौरतलब है कि बीजेपी ने विधानसभा चुनाव से पहले सीएए को लॉन्च करने पर जोर दिया था | राज्य में सीएए को लागू करने के लिए भाजपा ने पूरा जोर लगाया था | लेकिन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सीएए का कड़ा विरोध किया | इसके अलावा वामपंथी कांग्रेस भी सीएए के खिलाफ थे। उसके बाद करीब एक साल तक बीजेपी ने सीएए को लेकर मुंह नहीं खोला| लेकिन अमित शाह ने फिर से सीएए का मुद्दा उठाया| इस बार भी मुख्यमंत्री के अलावा तृणमूल कांग्रेस और यहां तक कि वाम मोर्चे ने विरोध करना शुरू कर दिया| वाम मोर्चा का कहना है कि उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए जो भारत के नागरिक नहीं हैं। अशोक भट्टाचार्य को लगता है कि उसके लिए भारत में सीएए की जरूरत नहीं है। अशोक भट्टाचार्य ने कहा कि अगर राज्य में सीएए लागू करने का प्रयास किया गया तो वाम मोर्चा पूरी ताकत से आंदोलन में शामिल होगा।