पश्चिम बंगाल में बढते कोरोना संक्रमण और ओमीक्रॉन के मामलों ने एक तरफ जहां लोगों में दहशत की स्थिति उत्पन्न कर दी है,तो दूसरी ओर कुछ शातिर लोगों को इसकी आड़ में ठगी करने का अच्छा अवसर मिल रहा है. नए साल में केंद्र सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने प्रिकॉशन डोज यानी बूस्टर डोज को शुरू किया है जिसके पात्र हैं फ्रंटलाइन वर्कर्स, 60 साल से ऊपर के बुजुर्ग, गंभीर रोगों से पीड़ित आदि लोग, जो बूस्टर डोज जल्द से जल्द लगाने के लिए अपने मोबाइल से रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं और अपॉइंटमेंट ले रहे हैं.
शातिर ठगों के लिए यही से भोले भाले लोगों को लूटने का मौका मिल गया है. कोलकाता की घटनाएं कुछ ऐसा ही दर्शाती हैं, जहां इस तरह का ठग गिरोह सक्रिय हो गया है, जो बूस्टर डोज के नाम पर लोगों का बैंक अकाउंट साफ कर रहा है. जैसा कि आप जानते हैं कि कोलकाता में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं और वहां लोगों में बूस्टर डोज के प्रति ललक और छटपटाहट बढ़ रही है. कोलकाता पुलिस के संयुक्त आयुक्त मुरलीधर शर्मा के पक्ष से मिल रही जानकारी के अनुसार उनके कार्यालय में इस तरह की कई शिकायतें सामने आई है, जहां कोरोना के बूस्टर डोज देने के नाम पर लोगों के मोबाइल पर कॉल किए जा रहे हैं अथवा व्हाट्सएप मैसेज किए जा रहे हैं. जिसमें लोगों से एक लिंक पर क्लिक करने को कहा जा रहा है अथवा उनसे ओटीपी मांगा जा रहा है.
कोलकाता पुलिस की जानकारी में कुछ मामले ऐसे भी आए हैं जहां लोगों से केवल ₹1 ट्रांसफर करने को कहा जा रहा है. छोटी बड़ी लूट की कई घटनाओं के बाद कोलकाता पुलिस ने बूस्टर डोज के नाम पर ठगी से लोगों को बचाने के लिए जागरूकता अभियान शुरू कर दिया है.
सिलीगुड़ी में भी इसी तरह का जागरूकता अभियान शुरू करने की आवश्यकता है. क्योंकि यहां भी बूस्टर डोज के पात्र लोगों में बूस्टर डोज लगवाने के लिए व्याकुलता देखी जा रही है. हो सकता है कि कुछ शातिर किस्म के लोग अथवा ठगों का गिरोह यहां भी ऐसे लोगों को अपना शिकार बनाना शुरू कर दे, जो उनके जाल में आसानी से फंस सकते हैं. खबर समय अपने सभी दर्शकों को सावधान करता है कि किसी भी लिंक को डाउनलोड ना करें और ना ही ओटीपी एक दूसरे को शेयर करें. सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस को इस तरह का अभियान चलाने की जरूरत है. क्योंकि ऐसा देखा गया है कि कोलकाता के बाद सिलीगुड़ी ही अपराधियों का दूसरा पसंदीदा स्थल बन जाता है. ताकि साइबर अपराधियों की दाल गले नहीं तथा उनके मंसूबे विफल हो जाएं, इसके लिए सिलीगुड़ी के नागरिकों को सचेत रहने की जरूरत है.
कोलकाता पुलिस के संयुक्त आयुक्त मुरलीधर शर्मा ने सोशल मीडिया के जरिए जागरूकता का संदेश दिया है. उन्होंने एक पोस्ट में लिखा है कि बूस्टर खुराक लेने के लिए जालसाज आपको कॉल या मैसेज कर सकते हैं. यदि आपका उत्तर हां है, तो वह आपको एक लिंक या ओटीपी भेजेंगे. बहुत सावधान रहें! उन्होंने लिखा है कि यहीं से आपकी परेशानियां बढ़ सकती हैं और आप अपना सारा पैसा खो सकते हैं. सिलीगुड़ी मेट्रोपॉलिटन पुलिस को चाहिए कि सोशल मीडिया और दूसरे तरीकों से शहरवासियों को जागरूक करे.