सिलीगुड़ी में 20 जून की प्रलयंकारी बरसात ने सभी क्षेत्रों में भयानक तबाही लाई है. अकेले कारोबार के क्षेत्र में ही लाखों करोड़ों का नुकसान हुआ है. व्यापारी अपना माथा पीट रहे हैं. दुकानदार अपनी बिखरी दुकान संभालने में जुटे हुए हैं. दवा दुकानदार जल में भीगी दवाओं को सुखाने में जुटे हुए हैं. हर कोई चाहे किसी भी क्षेत्र में हो 20 जून की तबाही से भरपाई के लिए आज कुछ ना कुछ करता नजर आया.
इस तबाही के बीच शहर के निचले इलाकों तथा बस्ती क्षेत्रों से कुछ डरावनी तस्वीर भी सामने आ रही है. लोग बाग डरे हुए हैं. दरअसल सांपों ने लोगों के घरों में घुसना शुरू कर दिया है. जगह जगह पानी भर जाने और सांपों के लिए सुरक्षित ठिकाना ना होने से सांप सूखे क्षेत्रों की तलाश में घरों में घुसने लगे हैं. लोगों ने बताया कि पानी में बहकर आए सांप सूखे स्थान की तलाश में घरों की ओर रुख कर रहे हैं. इससे घरवाले काफी भयभीत हैं.
बस्ती इलाकों में रहने वाले लोगों ने बताया कि पहाड़ के पानी में बहकर आए सांप नदी से निकलकर बस्ती क्षेत्रों की ओर जा रहे हैं.आज फुलवारी इलाके में कई लोगों के घरों तथा घर के परिसर में सांप देखे गए. यहां के पोराझाड़ इलाके में कुछ लोगों ने बताया कि ऐसे सांप भी देखे गए जो पेड़ पर चढ़ जाते हैं. दरअसल जमीन पर लबालब पानी भरा है. ऐसे में जल को ज्यादा समय तक बर्दाश्त नहीं करने वाले सांप सूखे स्थान, गाछ वृक्ष आदि का सहारा लेते हैं.
आज धूप खिली खिली रहने तथा बारिश नहीं होने से महानंदा समेत कई नदियों में जल के बहाव में कुछ कमी देखी गई. इसका कुछ लोगों ने मछली पकड़ने के रूप में उठाया. शहर के निचले इलाकों तथा बस्ती क्षेत्रों में कई लड़कों को मछलियां पकड़ते हुए देखा गया. नौकाघाट में कुछ लड़के मछलियां पकड़ते हुए देखे गए. फुलवारी तथा जलपाईगुड़ी संलग्न जलमग्न क्षेत्रों में अनेक लोगों ने जाल फैलाकर मछलियां पकड़ी. यहां के लोगों ने बताया कि इस बार पानी में बह कर पहाड़ से भांति भांति की मछलियां आ गई है. लोग जाल फैलाकर मछलियां पकड़ रहे हैं. सांपों को लेकर सिलीगुड़ी और जलपाईगुड़ी प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए है.