मालदा: राज्य सरकार की ओर से इसी वर्ष मार्च महीने में ओल्ड मालदा नगरपालिका इलाके में शवों को जलाने के लिए इलेक्ट्रिक चूल्हे का उद्घाटन किया गया था, पर कुछ दिनों बाद अचानक एलेक्ट्रिक चूल्हे के खराब हो जाने से लोगों को शवों के दाह संस्कार में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है | स्थानीय लोगों ने इसके लिए नगरपालिका व प्रशासन की उदासीनता को जिम्मेदार ठहराया है। लोगों ने बताया पिछले दो सप्ताह से इलेक्ट्रिक चूल्हा बंद पड़ा है। कब इसकी मरम्मत की जाएगी इस बारे में स्पष्ट रूप से नहीं बताया जा रहा है। दूसरी ओर ओल्ड मालदा नगरपालिका के प्रशासक कार्तिक घोष ने बताया कि 21 जुलाई को एक व्यक्ति के शव को उसके परिवारवाले यहां अंतिम संस्कार करने लाए थे | उन्होंने बताया कि मृत व्यक्ति के शरीर में पेसमेकर रहने के कारण उसे जलाने के दौरान एलेक्ट्रिक चूल्हा अचानक खराब हो गया। उन्होंने कहा इस संबंध में लोक निर्माण विभाग के टेक्निकल इंजीनियर को अवगत करा दिया गया है। जल्द ही इलेक्ट्रिक चूल्हे की मरम्मति का काम शुरू हो जायेगा। वहीं नगरपालिका व प्रशासन के सूत्रों के अनुसार इस वर्ष मार्च महीने में राज्य सरकार की ओर से करीब 3 करोड़ रुपए की लागत से ओल्ड मालदा नगरपालिका के दो नंबर वार्ड में शवों को जलाने के लिए इलेक्ट्रिक चूल्हे का उद्घाटन किया गया था | 21 जुलाई को एक शव को जलाने के दौरान अचानक मशीन खराब हो गया | बताया जा रहा है मृत व्यक्ति के शरीर से पेसमेकर निकालने के बाद शव का अंतिम संस्कार किया जाता है लेकिन मृत व्यक्ति के परिवार की लापरवाही के कारण ऐसा नहीं हो सका। परिणामस्वरुप मशीन खराब हो गयी। लोक निर्माण विभाग के अनुसार राज्य सरकार द्वारा आवंटित राशि से लोक निर्माण विभाग अंतर्गत एक ठेकेदार संस्था की ओर से इलेक्ट्रिक चूल्हे का निर्माण किया गया था। उस संस्था को इस बारे में सूचित कर दिया गया है। टेक्निकल इंजीनियर जल्द ही इलेक्ट्रिक चूल्हे की मरम्मत करने का काम शुरू करेंगे। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि हर रोज विभिन्न इलाके से काफी संख्या में शव यहां दाह संस्कार के लिए लाये जाते हैं, लेकिन बिना किसी नोटिस के अचानक इलेक्ट्रिक चूल्हे बंद किये जाने से मृतक के परिवारवालों को काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रबंधन की ओर से इस बारे में किसी तरह की नोटिस भी जारी नहीं की गई है। जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पिछले दो सप्ताह से यह समस्या चल रही है |