भारत में ओमीक्रोन के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. देश के अधिकांश राज्यों में ओमीक्रॉन संक्रमण फैलता जा रहा है. डेल्टा वैरीअंट के अंजाम से सबक लेते हुए भारत सरकार ने शुरुआती तौर पर संक्रमण को रोकने के लिए कोशिश शुरू कर दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 दिन पहले इस संबंध में एक हाई लेवल मीटिंग की थी. केंद्र सरकार ने राज्यों को एडवाइजरी जारी कर दी है. केंद्र सरकार की सख्ती के बाद राज्यों ने भी सख्ती बरतना शुरू कर दिया है.
मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में नाइट कर्फ्यू रात्रि 9:00 बजे से लगा दिया गया है. महाराष्ट्र सरकार ने भी नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया है. इसके अलावा सिनेमा हॉल में 50% सीटों के साथ दर्शकों के प्रवेश की अनुमति की इजाजत दी है. वही पश्चिम बंगाल सरकार ने अपने नागरिकों के लिए फेसमास्क का प्रयोग करना अनिवार्य कर दिया है. राज्य सरकार के निर्देश में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइंस के अनुसार कोविड-19 आचरण करने की बात कही गई है. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा है कि ओमीक्रॉन अब तक 108 देशों में फैल चुका है. जबकि डेढ़ लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. अब तक 26 लोगों की मौत भी हो चुकी है.
केंद्र और राज्य सरकार ओमीक्रोन से निपटने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं पर ध्यान देना शुरू कर दिया है. पश्चिम बंगाल सरकार ने 27 दिसंबर को राज्य के सभी निजी अस्पतालों के साथ स्वास्थ्य अधिकारियों की वर्चुअल बैठक बुलाई है. इसमें ओमीक्रोन से संक्रमित मरीजों की भर्ती, वेंटीलेटर, आईसीयू बेड, ऑक्सीजन की उपलब्धता आदि की तैयारियों पर चर्चा की जाएगी. जिस तरह से ओमीक्रोन के मामले बढ़ते जा रहे हैं, इस बात की पूरी संभावना है कि आने वाले कुछ दिनों में दूसरे राज्यों की तरह पश्चिम बंगाल सरकार कुछ अन्य कड़े प्रतिबंधों का भी फैसला कर सकती है.